अपनी सी पहचान का ख्वाब था वो अधूरी इच्छाओं का गुबार था अपनी सी पहचान का ख्वाब था वो अधूरी इच्छाओं का गुबार था
भर दे एहसास अपने होने का कि मैं हूं ना सिर्फ तुम्हारे लिए, स्त्री बस यही तो चाहती ह भर दे एहसास अपने होने का कि मैं हूं ना सिर्फ तुम्हारे लिए, स्त्री बस यही तो ...
कचरा मानव डाल कर रहा है उसका दमन। कचरा मानव डाल कर रहा है उसका दमन।
ये ना कोई देश को जाने जो आये उसे गोद मे लेती ये ना कोई भेष को जाने निर्मल निश्छल लगती है ये ये ना कोई देश को जाने जो आये उसे गोद मे लेती ये ना कोई भेष को जाने निर्...
जो शहर हमें जितना देता है उस से कहीं ज्यादा हमें ब्याज के साथ लौटना पड़ता है। जो शहर हमें जितना देता है उस से कहीं ज्यादा हमें ब्याज के साथ लौटना पड़ता...
मासूम है निरपराध है फिर भी रोज़ सजा पाती है अपने मन की बातें बताने को सदैव आतुर पर... मासूम है निरपराध है फिर भी रोज़ सजा पाती है अपने मन की बातें बतान...